बिलासपुर 27 फरवरी। चीफ जस्टिस रमेश सिन्हा ने बुधवार को सिविल लाइन रायपुर में हाईकोर्ट के जजों के लिए निर्मित किए जा रहे अतिथि गृह का भूमिपूजन व शिलान्यास किया। उन्होंने कहा कि न्यायिक अधोसंरचना न्यायालय भवन, न्यायिक अधिकारियों व कर्मचारियों के लिए आवास सदैव से उनकी प्राथमिकता में रहा है। इस विश्रामगृह में वर्तमान और पूर्व हाईकोर्ट जज ठहर सकेंगे।
बिलासपुर 27 फरवरी.उन्होंने कहा कि राज्य शासन ने उनके द्वारा दिए गए सुझावों और सलाहों को स्वीकार किया और संसाधन और सुविधाएं उपलब्ध कराई। परिणामस्वरूप छत्तीसगढ में न्यायिक अधोसंरचना न्यायालय भवन, न्यायिक अधिकारियों व कर्मचारियों के लिए आवास की स्थिति पहले से बहुत सुदृढ व समुन्नत हुई है।चीफ जस्टिस ने आज जिस अतिथि गृह का शिलान्यास व भूमिपूजन किया, उसके संबंध में बताया कि अन्य राज्यों की तरह उच्च न्यायालय के न्यायाधीशगणों के लिए अतिथि गृह हो, यह संकल्पना उनके मन में यहां मुख्य न्यायाधिपति के रूप में कार्यभार ग्रहण करते समय से रही है। इसके लिए उनके द्वारा अपने साथी न्यायाधीशगणों से चर्चा की गई और विचार-विमर्श के बाद रायपुर शहर में ही अतिथि गृह के लिए उपयुक्त भूमि उपलब्ध हो इसके लिए प्रयास किए गए। उन्हीं प्रयासों के परिणामस्वरूप रायपुर शहर के हृदय स्थल में उच्च न्यायालय के न्यायाधीशगणों के लिए अतिथि गृह का शिलान्यास व भूमिपूजन किया जा रहा है।
बिलासपुर 27 फरवरी. बुधवार को जिस अतिथि गृह का शिलान्यास किया गया है उसका कुल निर्मित एरिया 2675.02 वर्ग मीटर है। उसमें भूतल, प्रथम तल व द्वितीय तल होगा। अतिथि गृह में 1 रेसिडेंशियल सूईट, 4 सुईट रूम, 7 सुपर डीलक्स रूम, कान्फ्रेंस हाल, इन्चार्ज एवं स्टोर रूम, 4 अन्य सुविधा कक्ष, रिसेप्शन व प्रतीक्षा लाबी, 40 सीटर बोर्ड रूम, वीआईपी. लाउंज, प्रोटोकाल आफिस, डायनिंग एरिया, किचन, स्टोर, लाण्ड्री और केयर टेकर रूम आदि सुविधाएं उपलब्ध होंगी।कार्यक्रम के दौरान् प्रस्तावित अतिथिगृह का एनिमेटेड वीडियो प्रदर्शित किया गया जिसमें दर्शाया गया था कि अतिथि गृह जब मूर्तरूप लेगा तो वह किस प्रकार का होगा और उसमें क्या-क्या सुविधाएं होंगी। उल्लेखनीय है कि राज्य की स्थापना व उच्च न्यायालय की स्थापना का 25 वां वर्ष "रजत जयंती वर्ष" के रूप में मनाया जा रहा है।
इस अवसर पर हाईकोर्ट जज जस्टिस रजनी दुबे, माननीय न्यायमूर्ति नरेन्द्र कुमार व्यास, न्यायमूर्ति नरेश कुमार चन्द्रवंशी, न्यायमूर्ति दीपक कुमार तिवारी, न्यायमूर्ति सचिन सिंह राजपूत, न्यायमूर्ति राधाकिशन अग्रवाल, न्यायमूर्ति संजय कुमार जायसवाल, न्यायमूर्ति रविन्द्र कुमार अग्रवाल, न्यायमूर्ति अरविंद कुमार वर्मा, न्यायमूर्ति बिभु दत्ता गुरू, न्यायमूर्ति अमितेन्द्र किशोर प्रसाद सहित पूर्व जज, न्यायिक और प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित रहे।