बिलासपुर। द्वारा ग्राम खरहगनी में कोलवाशरी द्वारा अवैध बाउन्ड्रीवाल निर्माण की ग्रामीणों ने राष्ट्रपति , पीएम, सीएम को कलेक्टर के माध्यम से शिकायत की है। शिकायत में कहा है कि लगभग 40 से 45 आदिवासी किसानों की जमीन खरीद कर एकमुस्त कोलवाशरी के नाम की गई है। साथ ही झूठी अनापत्ति प्रमाण पत्र प्रस्तुत करने कोया गया है। लगभग 52 एकड जमीन में से 5 एकड़ जमीन विक्रय कर दी, जबकि ग्रामपंचायत खरगहनी में पेसा एक्ट कानून लागू है। विशेष आदिवासी (बाहुल्य) क्षेत्र की 47 एकड़ जमीन षड़यन्त्र पुर्वक सामान्य के नाम पर रजिस्ट्री कर दी गई। प्राप्त दस्तावेज के आधार पर रेल्वे साईडिंग निर्माण की अनुमति भी दे दी गई। अनुविभागीय दण्डाधिकारी (राजस्व) एवं शासन के समस्त विभागों ने ग्रामसभा आहुत करके कोलवाशरी को अनापत्ति प्रमाण पत्र जारी किया गया, जो नियमों के विरुद्ध पाया गया है। ग्रामीणों ने इस शिकायत को अपील मानकर महावीर कोलवाशरी पर कार्रवाई की मांग प्रशासन से की है।
महावीर महावीर कोलवाशरी पर झूठी अनापत्ति प्रमाण पत्र प्रस्तुत करने पर बेधापडी का मुकदमा या जाना था क्योंकि झुठे दस्तावेज शासन को देकर के अनुमति लेना के दायरे में आता है। आपराधिक प्रकरण दर्ज कराया जाये। वहीं शासकिय जमीन पर ड्रीवाल निर्माण कार्य करना भी आपराधिक प्रकरण में आता है जिसके शिकायत दर्ज कराई गई थी, पर झूठी अनापत्ति प्रमाण पत्र प्रस्तुत करने पर बेधापडी का मुकदमा या जाना था क्योंकि झुठे दस्तावेज शासन को देकर के अनुमति लेना के दायरे में आता है। आपराधिक प्रकरण दर्ज कराया जाये। वहीं शासकिय जमीन पर ड्रीवाल निर्माण कार्य करना भी आपराधिक प्रकरण में आता है जिसके शिकायत दर्ज कराई गई थी,