बिलासपुर. स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के अंतर्गत जातिया तालाब का सौंदर्यकरण किया गया था. इसकी लागत कुल 5 करोड़ रूपए थी. लेकिन अब इसमें बड़ी अनियमितता का मामला सामने आया है. जलस्तर बनाए रखने और पानी बढ़ने के चक्कर में बिना ट्रीटमेंट सीवरेज का पानी तालाब में छोड़ दिया गया है.जिससे यहाँ के लोगों में आक्रोश है. उनका कहना है कि ये न सिर्फ पर्यावरण के लिए हानिकारक में बल्कि तालाब की जैव विविधता भी इससे खतरे में है.
हालाँकि, मामला उजागर होते ही अमित कुमार ने जाँच के आदेश दे दिए हैं. उन्होंने कहा है कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. लेकिन ये घटना भविष्य की चिंता बढ़ाने वाली है. स्मार्ट सिटी के तहत कई प्रोजेक्ट शहर में चल रहे है. अगर ऐसी ही लापरवाही होती रही तो उनकी गुणवत्ता और अधिकारियों की जिम्मेदारी पर भी सवाल खड़े होंगे. ये वार्ड छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री नगरी निकाय मंत्री अरुण साव के मतदान केंद्र कस्तूरबा नगर में ही आता है. ऐसे में इस मामले में कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए.