Bilaspur. आवासन एवं शहरी विकास कार्य राज्य मंत्री श्री तोखन साहू ने विश्व शौचालय दिवस पर दो राष्ट्रीय ज्ञान कार्यशाला पर आयोजित कार्यशाला में कहा कि भारत सभी के लिए शौचालय सुनिश्चित करने का संकल्प मजबूत करता है। शौचालयों का परिवर्तन स्वच्छ भारत मिशन का केंद्र है और यह शहरी स्वच्छता का एक अभिन्न हिस्सा बन गया है। यही कारण है कि आज शौचालय हर समुदाय के लिए गर्व और गरिमा का प्रतीक बन गए हैं,"** आवास और शहरी मामलों के राज्यमंत्री श्री तोखन साहू ने उत्तर प्रदेश के लखनऊ में "द सेंट्रम" में आयोजित राष्ट्रीय ज्ञान कार्यशाला में अपने संबोधन के दौरान कहे।
स्वच्छ भारत मिशन-शहरी 2.0 के तहत, "शहरी क्षेत्रों में सुरक्षित प्रबंधित स्वच्छता को आगे बढ़ाना" विषय पर केंद्रित यह दो दिवसीय कार्यशाला 19 से 20 नवंबर 2024 तक आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय (MoHUA) द्वारा उत्तर प्रदेश सरकार, USAID, BMGF और वॉश इंस्टिट्यूट के साथ साझेदारी में आयोजित की जा रही है।
**"आज का दिन महत्वपूर्ण है, क्योंकि स्वच्छ पानी, स्वच्छ शौचालय और स्वच्छ वातावरण हर व्यक्ति की बुनियादी जरूरतें हैं। ये केवल आवश्यकताएं नहीं, बल्कि हर व्यक्ति का अधिकार हैं,"** मंत्री ने अपने उद्घाटन भाषण में कहा। कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के शहरी विकास एवं ऊर्जा मंत्री श्री अरविंद कुमार शर्मा, उत्तर प्रदेश सरकार के शहरी विकास राज्य मंत्री श्री राकेश राठौर गुरु, भारत में अमेरिका के राजदूत एरिक गार्सेटी, उत्तर प्रदेश के शहरी विकास प्रमुख सचिव श्री अमृत अभिजात, MoHUA की संयुक्त सचिव और राष्ट्रीय मिशन निदेशक-एसबीएम-यू सुश्री रूपा मिश्रा, USAID (भारत और भूटान) के मिशन निदेशक श्री स्टीव ऑलिव और BMGF के निदेशक श्री अल्केश वाधवानी उपस्थित रहे।
केन्द्रीय राज्यमंत्री श्री तोखन साहू ने बताया कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने 2014 में स्वच्छ भारत मिशन का शुभारंभ किये, जो दुनिया का सबसे बड़ा स्वच्छता के लिए जन आंदोलन बना और देश के लिए एक महत्वपूर्ण परिवर्तनकारी पहल साबित हुआ। SBM की उपलब्धियों पर चर्चा करते हुए श्री साहू ने बताया कि मिशन के पहले चरण के दौरान, 2019 तक भारत को ODF घोषित किया गया और मिशन के तहत अब तक 12 करोड़ से अधिक शौचालयों का निर्माण किया गया है।
**"आज करीब 4,000 शहर ODF+ प्रमाणित हो चुके हैं, और 1,500 से अधिक शहर ODF++ स्थिति में हैं। इस साल 65 शहरों ने वाटर+ प्रमाण पत्र भी प्राप्त किया है। राज्यों में ₹28,000 करोड़ के परियोजनाओं के लिए केंद्र सरकार का लगभग ₹13,340 करोड़ का हिस्सा मंजूर किया गया है,"** श्री साहू ने मिशन के महिला सशक्तिकरण प्रयासों को रेखांकित करते हुए कहा कि एसबीएम ने महिला-अनुकूल शौचालयों को बढ़ावा दिया है, अस्थायी श्रमिकों को औपचारिक रूप दिया है और स्वच्छता में महिला-नेतृत्व वाले उद्यमों को प्रोत्साहित किया है, जिससे महिलाओं, लड़कियों और स्वच्छता कर्मियों के जीवन में सकारात्मक बदलाव आया है।
केन्द्रीय राज्यमंत्री श्री तोखन साहू ने इस बात पर खुशी व्यक्त की कि उत्तर प्रदेश में जनवरी 2025 में ऐतिहासिक महाकुंभ की तैयारी कर रहा है, स्वच्छता पहलों में भी अग्रणी भूमिका निभा रहा है।
केन्द्रीय राज्यमंत्री श्री तोखन साहू ने उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ , राज्य के शहरी विकास मंत्री अरविंद कुमार शर्मा , मुख्य सचिव श्री मनोज कुमार सिंह और सभी अधिकारियों को हर स्तर पर स्वच्छता सुनिश्चित करने के उनके नेतृत्व के लिए बधाई और प्रशंसा करता हूं ।
कार्यशाला के पहले दिन में "स्वच्छ शौचालय, हमारी ज़िम्मेदारी" अभियान के तहत स्वच्छ शौचालय चुनौती 2024 का शुभारंभ किया गया। मंत्री ने सभी राज्यों से इस स्वच्छता अभियान में पूर्ण समर्पण के साथ जुड़ने और शौचालयों को स्वच्छ, सुरक्षित और सभी के लिए सुलभ बनाने का आह्वान किये। कार्यशाला के दौरान सामुदायिक शौचालयों में पीपीपी मॉडल के लिए HUL के साथ और अधिक भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में शौचालयों के लिए सुलभ इंटरनेशनल के साथ समझौता ज्ञापनों (MoUs) पर हस्ताक्षर किए गए। साथ ही STP डिज़ाइन दिशा-निर्देश, मल कीचड़ प्रबंधन, बहु-मंजिला STPs और सार्वजनिक शौचालयों की वास्तुकला पर दिशा-निर्देश भी जारी किए गए।
केन्द्रीय राज्यमंत्री श्री तोखन साहू ने मिशन के नेताओं और अधिकारियों के योगदान की सराहना की और USAID, सुलभ इंटरनेशनल, हिंदुस्तान यूनिलीवर (HUL), बिल और मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन (BMGF), यूनिसेफ और अन्य मंत्रालयों और सार्वजनिक क्षेत्र की इकाइयों जैसी संस्थाओं का आभार व्यक्त किये।