बिलासपुर. घट- घट में बसे हैं श्री राम- त्रिलोक चंद्र श्रीवास, (रानीगांव में अखंड नवधा रामायण का आयोजन) भगवान श्री राम का नाम आनंददाई होने के साथ-साथ मुक्तिदाई भी है ,राम शब्द का अर्थ ही अपने आप में आनंद प्रदाय करने वाला है, राम शब्द दो अक्षरों के सहयोग से बना है, रम धन-धम, रम का अर्थ है रमनi, समा जाना, और घम का अर्थ होता है ब्रह्मांड में खाली स्थान ,अर्थात पूरा ब्रह्मांड जिसमें रमi हुआ है वह श्री राम है, तो पूरे ब्रह्मांड में श्री राम है तो पूरे ब्रह्मांड में श्री राम के हो जाओ, और अपने मन में राम को बसा लो, दुनिया के घट-घट में प्रभु श्री राम बसे हैं, भगवान श्री राम का मूल नाम दशरथ- राघव था, राम नाम उनकी उपाधि है,जो व्यक्ति जीवन में दो बार भी राम का नाम, एक बार भी राम का नाम जप लगा उसका उद्धार हो जाएगा, यह बातें बेलतरा विधानसभा क्षेत्र के ग्राम रानीगांव में आयोजित अखंड नवधा रामायण में पहुंचे जिले के लोकप्रिय कांग्रेस नेता, अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के राष्ट्रीय समन्वयक, प्रभारी- उत्तर प्रदेश/ गुजरात, त्रिलोक चंद्र श्रीवास ने व्यक्त किया, इस अवसर पर उनके साथ भागवताचार्य पंडित सुरेंद्र पांडे ने भी भगवान श्री राम के आदर्शों पर प्रकाश डाला ,इस अवसर पर आयोजन समिति के अध्यक्ष राघवेंद्र गवाही राघवेंद्र गहवई जी, राधेश्याम तंबोली, सरपंच श्रवण गहवाई, रेवाराम गहवई भागवत कोरि वीरेंद्र, रामअवतार गहवई अशोक देवांगन सहित समिति के सदस्यों के द्वारा आमंत्रित अतिथि श्री त्रिलोक चंद्र श्रीवास एवं अन्य अतिथियों का शाल श्रीफल एवं भगवान श्री राम के तेलचित्र देखकर सम्मान किया गया, इस अवसर पर श्री चरण सिंह राज हर्ष कश्यप राधेश्याम धीवर दीपचंद गहवई ,जयप्रकाश, नरेश, कामता गहवई , देवांगन, जनकराम देवांगन, सखाराम साहू, उमेश तंबोली जागेंद्र,श्रवण तंबोली रुपेश कोरी अशोक सहित हजारों की संख्या में मानस प्रेमी उपस्थित थेll*