बिलासपुर -: शनिचरी पड़ाव स्थित भाई वरयाराम दरबार में गुरुद्वारा प्रबंधक भाई अमरलाल वाधवानी एवं श्रीमती कोमल वाधवानी के सानिध्य में समाज के इष्ट देव सांई झूलेलाल जी की 40 दिवसीय ज्योत प्रचलित कर सुखमनी पाठ साहब का भक्ति हर्षोल्लाह के साथ दिनांक 26 अगस्त को प्रारम्भ किया गया था.महोत्सव का आज 41वे दिन समापन हुआ. समाज के वरिष्ठ रूपचंद डोडवानी ने जानकारी हुए देती है वह बताया कि
40 दिवसीय महोत्सव में प्रतिदिन सुबह-शाम सांई झूलेलाल जी की आरती अरदास एवं प्रसाद वितरण के साथ ही प्रतिदिन शाम पांच बजे से सात बजे तक महिला संगत के द्वारा गुरुद्वारा प्रबंधिका श्रीमती कोमल वाघवानी के द्वारा सुखमनी साहब का पाठ साहब श्रद्धा भक्ति सत्संग कीर्तन के साथ किया गया. शुक्रवार को समापन पर प्रातः 11:00 बजे भाई वरया राम दरबार में गुरु का दीवान सजाया गया
इस अवसर पर चकरभाठा के भाई गोपीचंद धीरवानी के द्वारा शानदार भक्ति संगीत का कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया जिसमें उनके द्वारा गए गीत,,
१-लाल मुहींजी पत रखियो भला झूलेलाल लालण,
२- पल्ले ते आयो मुही़जो लाल सभीई चव जय झूलेलाल,
३- ज्योतिन वारा लाल मुखे पहिंजे चादर में ढक जाय,,,
आदिअनेक भक्ति गीतों पर उपस्थित भारी संख्या जनसमुदाय भक्ति गीतों की बहार में झूम उठा
उन्होंने अपने सत्संग में कहा कि परिवार में अगर भक्ति का वातावरण रहता है तो सुख शांति समृद्धि अपने आप आती है परिवार में छोटों को अपने बड़ों का आदर करना सीखना चाहिए कोई भी शुभ कार्य होने पर परिवार में अगर भक्ति और आपसी तालमेल होता है तो वह काम अपने आप सफलता की ओर बढ़ने लगता हैं।
दोपहर 1:00 बजे गुरुद्वारा प्रबंधक भाई अमरलाल वाधवानी के सानिध्य में पुज्य बहराणा साहब की श्रद्धा भक्ति के साथ विधि विधान से पूजा अर्चना संपन्न हुई जिसमें भारी संख्या में समाज के लोग उपस्थित रहे।
दोपहर 2:00 बजे से श्री मोटूमल भीमनानी (सेवा सदन) सिंधी धर्मशाला गोल बाजार में आम भंडारे का आयोजन किया गया जिसमें सैकड़ो लोगों ने प्रसाद ग्रहण कर अपने जीवन को सफल बनाया
शाम 5:00 बजे जीवनदायनी अरपा नदी के तट (पचरी घाट)पर पिछले 40 दिनों से प्रज्जवलित अखंड दिव्यजोत एवं पुज्य बहराणा साहब की विधि विधान ,से पूजा अर्चना, कर नदी मे प्रवाहित किया।
40 दिवसीय इस महोत्सव में प्रमुख रूप से रूपचंद डोडवानी, गोपी ठारवानी, प्रीतम दास नागदेव, प्रकाश आडवानी, मुरली मलघानी,किशनचंद रामानी, भाई प्रताप राय वाधवानी, विजय हरियानी, नानक नागदेव, इंदर गंगवानी,मोती वाधवानी, के साथ सरिता डोडवानी, आशा नागदेव ,उषा वाधवानी, आशा वाधवानी,वर्षा वाधवानी, लता हरदवानी, लाजवंती खुशलानी, मीरा हरजानी, प्रिया हरियानी, दीपा रामानी, रेशमा नत्थानी, सुमन वाधवानी, उषा चंदनानी, प्रिया जगवानी,बबीता मलघानी, रोशनी साधवानी, कविता खुशलानी, दिव्या चावला रेश्मा मिहानी,के साथ समाज के भारी संख्या में जनसमुदाय उपस्थित रहा.