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क्या कांग्रेस बढ़ रही एक और विभाजन की ओर?एक दूसरे को निपटाने, बदले की राजनीति, वादाखिलाफी और जनता से दुराव की बन रही छवि ! पूर्व एल्डरमैन एवं बीजेपी नेता मनीष अग्रवाल ने कही बड़ी बात ..

 




Bilaspur. छत्तीसगढ़ की वर्तमान राजनीतिक स्थिति को लेकर काफी तीखा और स्पष्ट नजर आ रहा है। हाल ही में हुए चुनाव परिणामों ने यह दिखा दिया कि जनता ने कांग्रेस की सरकार को नकार दिया और भारतीय जनता पार्टी को भारी समर्थन दिया।

 कांग्रेस की रीति और नीति राजनीति कांग्रेस ही कांग्रेस को नकार रही आखिर यह कैसी कैसी राजनीति जनता को कका बोल रहे, सबले बढ़िया छत्तीसगढ़िया कांग्रेस में तो छत्तीसगढ़िया कैसे हो गए गढ़ैया गढ़ैया लोग बोल रहेजल्द आ रही उड़ान चिरैया,,

  कांग्रेस जीते तो ईवीएम सही रहता है उसकी आरती उतारते हैं उसे पर कोई खोट नहीं और जब कांग्रेस हार जाती है तो ईवीएम पर प्रश्न चिन्ह लगाते यह क्यों नहीं बताते कि जब उनकी जीत हो तो ईवीएम अच्छा जब राहुल गांधी जी एवं 10 जनपद के सुप्रीमो वायनाड अमेठी से भारी भरकम जीतते तो देश का ईवीएम सही रहता और जब भारतीय जनता पार्टी को जनता जनार्दन आशीर्वाद देकर जीत दर्ज करवाती तो ईवीएम पर कांग्रेस उंगली उठाती निकाय चुनाव में पंचायत चुनाव में कांग्रेसी नेता हार को पचा नहीं पा रहे और बैलेट ईवीएम को लेकर सोशल मीडिया में अनर्गल बयान बाजी कर रहे,

खिसियानी बिल्ली खंबा नोचे कुछ ऐसा ही हाल-चाल छत्तीसगढ़ कांग्रेस नेताओं का परिणाम को देखकर हो चला,


भाजपा की जीत और कांग्रेस की हार:

जनता ने बदलाव की बयार को अपनाया और “कांग्रेस मुक्त छत्तीसगढ़” का नारा अब धीरे-धीरे हकीकत बनता दिख रहा है। भाजपा सरकार ने सेवा, सुशासन और विकास के वादों के साथ जनादेश हासिल किया है। पंचायत और नगरीय निकाय चुनावों में भी भाजपा की जीत इस बात का संकेत है कि जनता की नज़र में कांग्रेस अपनी साख खो चुकी थी।


भ्रष्टाचार और कुप्रबंधन:

आपने गोबर घोटाले, जमीन घोटाले शराब घोटाला व्यापम घोटाला पीएससी घोटाला और अन्य भ्रष्टाचार के मामलों का जिक्र किया, जो कांग्रेस शासन में लगातार कुशासन सुर्खियों में रहे। कांग्रेस की कथित नीतियों ने आम जनता को परेशान किया, जिसके चलते उन्हें सत्ता से हाथ धोना पड़ा।


युवा पत्रकार की हत्या:

हाल ही में हुए इस मामले ने राजनीतिक हलचल को और तेज कर दिया। प्रदेश कांग्रेस पदाधिकारी पूर्व कांग्रेस सरकार के मंत्रियों से जुड़े कांग्रेस के पदाधिकारी या सरकार से जुड़े नेताओं का खुला संरक्षण भ्रष्टाचार भय कानून व्यवस्था को लेकर सवालों में घिरी पूर्व की कांग्रेस के लिए यह एक और बड़ा झटका साबित हो गया।


कांग्रेस में फूट और क्षेत्रीय दल की संभावना:

जिस तरह से अजीत जोगी ने एक नई पार्टी बनाई थी, उसी का अनुसरण करते परंपरा कायम रखते अब वैसी ही संभावनाएं कांग्रेस के अंदर भी दिख रही हैं। बड़े नेता कांग्रेस से अलग होकर क्षेत्रीय दल के नवनिर्माण का श्री गणेश जल्द ही तो यह छत्तीसगढ़ की राजनीति में बड़ा मोड़,,


भविष्य की राजनीति:

होली के बाद कांग्रेस में बड़े बदलाव की बातें सामने आ रही हैं। यह देखना दिलचस्प होगा कि कांग्रेस इस स्थिति से उभर पाती है या वाकई में प्रदेश में कोई नया क्षेत्रीय दल आकार लेता है।



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