बिलासपुर। दुर्घटना में घायल तड़पते बेटे का इलाज नहीं होने से परेशान पिता के मामले में मंगलवार को हाईकोर्ट ने स्व संज्ञान लेकर सुनवाई शुरू की। इस पर शासन से आवश्यक निर्देश लेने महाधिवक्ता ने समय लिया है। हाईकोर्ट ने इसे स्वीकार कर 4 अक्टूबर को अगली सुनवाई निर्धारित की है।
पिता की गुहार के बाद भी जिला अस्पताल में डॉक्टर उपस्थित न होने से बिना इलाज के सिम्स भेज दिया गया था। एक घायल किशोर को उसके पिता बिलासपुर जिला अस्पताल लेकर गए, मगर वहां कोई डॉक्टर नहीं था, इसलिए उसे सिम्स रेफर कर दिया गया। इतनी देर तक बेटा दर्द से तड़पता रहा और उसे अस्पताल में कोई उपचार ही नहीं मिल सका। चीफ जस्टिस रमेश सिन्हा ने इस पर स्व संज्ञान लिया। राज्य की ओर से महाधिवक्ता प्रफुल्ल एन भारत व उप महाधिवक्ता शशांक ठाकुर उपस्थित हुए। कोर्ट ने शासन से पूछा कि इस प्रकार की स्थिति सरकारी अस्पतालों में बार बार कैसे बन रही है इस पर महाधिवक्ता ने कहा कि उन्हें आवश्यक निर्देश प्राप्त करने के लिए समय दिया जाये। कोर्ट ने इसे स्वीकार कर लिया और आगामी शुक्रवार 4 अक्टूबर को अगली सुनवाई निर्धारित की है।