छत्तीसगढ़ सरकार राज्य में गुड गवर्नेंस के लिए कई कदम उठा रही है. इनमें आईआईएम में मंत्रियों की गुड गवर्नेंस की ट्रेनिंग भी शामिल है. इसके बाद अब आईएएस अफसरों की सुशासन की पाठशाला लगाई जाएगी। उन्हें भ्रष्टाचार रोकने के साथ ही डेवलपमेंट और इनोवेशन की ट्रेनिंग मिलेगी।
रायपुर. आईआईएम में 36 घंटे बिताने के बाद विष्णु देव साय सरकार कल देर शाम घर लौट आई. इस 36 घंटे में करीब 20 घंटे उनकी ट्रेनिंग चली. मंत्रियों के साथ मुख्यमंत्री ने भी आईआईएम में रात्रि विश्राम किया. कह सकते हैं कि दो दिन आईआईएम से ही सरकार चली. मुख्यमंत्री के लिए वहां टेम्पोरेरी मुख्यमंत्री कार्यालय बनाया गया था. सीएम सचिवालय के सचिव से लेकर कई अधिकारियों ने भी आईआईएम में ही नाईट हॉल्ट किया. विष्णु देव साय मंत्रिमंडल को डेवलोपमेन्ट और सुशासन की पाठ पढ़ाने के लिए नीति आयोग के सीईओ बीवीआर सुब्रमणियम, जी 20 के शेरपा अमिताभ कांत, अजीम प्रेमजी फाउंडेशन के सीईओ अनुराग बेहार समेत कई जानी मनी शख्शियतें आईआईएम रायपुर पहुंची थी. मंत्रियों ने भी दो दिन की ट्रेनिंग में काफ़ी दिलचस्पी दिखाई।
अब आईएएस अफसरों की ट्रेनिंग
सरकारें पॉलिसी बनाती है, नियम-कानून बनाती है, उसके पालन और क्रियान्वयन का दायित्व कार्यपालिका पर होता है। कार्यपालिका में सबसे उपर ब्यूरोक्रेट्स आते हैं। उन्हें सरकार का हिस्सा माना जाता है। योजनाओं को जनता तक पहुंचाने में प्रशासनिक अधिकारियों की बड़ी भूमिका होती है। लिहाजा, मंत्रियों के बाद अब आईएएस अफसरों की आईआईएम में क्लास लगाई जाएगी। अफसरों को दो दिन वहीं रहना होगा। उन्हें सिस्टम में व्याप्त भ्रष्टाचार पर कंट्रोल करने के साथ ही डेवलपमेंट और इनोवेशन का पाठ पढ़ाया जाएगा।