बिलासपुर. मूलभूत सुविधा भी उपलब्ध करने में सक्षम नहीं स्मार्ट सिटी नगर निगम बिलासपुर.अमानक ठेका गैर जिम्मेदार पेटी ठेकेदारी प्रथा न काम का एक्सपीरियंस न संसाधन ऐसे ठेका पद्धति के भरोसे बिलासपुर नगर निगम के 70 वार्ड.जल विभाग, सफाई विभाग उद्यान विभाग बिजली विभाग टैक्स विभाग ठेक भरोसे ठेका ठेका के खेल में पीस रही जनता मटमैला पानी दूषित जलगदगी का आलम नाले नालियों मे सफाई नहीं मच्छर का प्रकोप कचरे का अंबार जगह-जगह गड्ढे मूलभूत सुविधा के अभाव में स्मार्ट सिटी
अमृत मिशन के तहत शहर वासियों को स्वच्छ जल घर तक पहुंचाने के लिए नगर निगम लाख दावे कर ले लेकिन उसके सारे दावे धरातल में खोखले साबित हो रहे है।बिलासपुर शहर की आम जनता तक अमृत मिशन योजना के तहत घरों में पानी की आपूर्ति के लिए पाइप लाइन बिछाकर घरों तक पानी पहुंचाने का कार्य किया जा रहा है।
जिसके लिए घरों तक स्वच्छ पानी पहुंचाने के लिए नगर निगम द्वारा अमृत मिशन प्लांट बनाया गया है।लेकिन पिछले कुछ दिनों से टेस्टिंग के दौरान गंदा पानी पाइपलाइन के जरिए घरों तक पहुंच रहा है। जिससे लोगों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
गंदे पानी की दिक्कत होने पर नगर निगम आयुक्त अमित कुमार इस बात से बेखबर है। कि शहर के कई इलाकों में गंदा पानी लोगो के घरों तक पहुंच रहा है।जबकि हाल में ही शहर के एक क्षेत्र में डायरिया का असर देखने को मिला था।जहा पर एक दर्जन के लगभग लोग पाइप लाइन से आ रहे गंदे पानी की वजह से इसकी चपेट में आए थे।जिसके बाद निगम प्रशासन और स्वास्थ विभाग की टीम मौके पर पहुंच कर हालात को काबू करने के लिए इस क्षेत्र में पाइप लाइन को बदलने और लगातार नजर रख कर डायरिया जैसी बीमारी को नियंत्रित लिया गया था।
वही जब इस मामले में इनसे पूछा गया तो वह अपने विभाग के द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार कहा की अलग अलग तीन साइड पर टेस्टिंग चल रही है। जिसमे सबसे पहले वाटर ट्रीट मेंट प्लांट wtp में,दूसरा ओवर हेड टैंक और तीसरा टेल इन कनेक्शन जिसमे नलों का टेस्ट किया जा रहा है। हर दिन सौ से ज्यादा पानी के सैंपल लेकर लेब में चेक किया जा रहा है।कही पर भी उसकी गुणवत्ता में यदि कोई खराबी आती है तो हमे इसकी जानकारी हो सके।