गुरुद्वारा गुरु सिंह सभा दयालबंद में सिख धर्म के पांचवें गुरु शहीदों के सरताज बाणी के बोहित श्री गुरु अर्जन देव जी का शहीदी पर्व बड़े ही श्रद्धा भावना के साथ मनाया गया सिख धर्म में शहीदी की निव पांचवे गुरु से शुरू हुई एवं आदि श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी की रचना भी श्री गुरु अर्जन देव जी ने की थी
श्री गुरु अर्जन देव जी द्वारा धर्म परिवर्तन न करने पर उनको कई प्रकार के तसीहे देकर उन्हें शहीद किया गया तब से ये पावन पवित्र दिन मनाया जाता है इस पर्व को मनाने हेतु
विशेष तौर से गुरुद्वारा साहिब में कीर्तन दरबार सजवाया गया जिसमें सरबजीत सिंह पटना वाले विशेष तौर पर आकर 28 तारीख से लेकर 30 तारीख तक नीता प्रति सुबह एवं शाम को अपने रसमयी कीर्तन द्वारा संगतो को गुरु चरणों से जोडा
शहीदों के सरताज श्री गुरु अर्जन देव जी की शहीदी सिख धर्म मेंविशेष महत्व रखती है इस उपलक्ष में सुबह 10:00 बजे से लेकर दोपहर 2:00 बजे तक विशेष दीवान सजाया गया जिसमें साथ संगत द्वारा कीर्तन एवं हेड ग्रंथि मानसिंह द्वारा कथा विचार एवं पटना साहिब से आए सरबजीत सिंह जी द्वारा कीर्तन दरबार सजाया जाएगा उपरांत गुरु का अटूट वरताया गया इस पर्व को मनाने हेतु शीतल मीठा जल छबील की सेवा जगह जगह पर करवाई जाएगी
इस कार्यक्रम को सफल बनाने हेतु गुरुद्वारा प प्रबंधक कमेटी के सभी सदस्य पंजाबी युवा समिति पंजाबी सेवा समिति पंथ प्रचारक कमेटी खालसा सेवा समिति पंजाबी क्रिकेट क्लब अकाल विंग समिति गुरु तेग बहादुर साहिब समिति स्त्री सत्संग आदर्श महिला समिति श्री सुखमणि साहिब सर्कल गुरमत ज्ञान संस्था सभी का सहयोग है