बिलासपुर। भाजपा में यादव समाज के साथ ही सोनी, कलार, मौर्य, कश्यप समाज से नामों पर विचार चल रहा था। पैनल में कुर्मी समाज से बबलू लक्ष्मी नारायण कश्यप और बंधु मौर्य के नाम पर चर्चा की गई। इसके अलावा महिला कैंडिडेट पूजा विधानी के सिंगल नाम पर चर्चा चली। वहीं, साहू समाज के नेता तिलक साहू को भी प्रत्याशी बनाने की बात सामने आई। लेकिन, आखिरी समय में जातिगत और सामाजिक समीकरणों के साथ ही भाजपा की महत्वपूर्ण योजना महतारी वंदन का लाभ लेने के लिए पूजा विधानी का नाम तय करने की रणनीति बनाई गई।
संगठन के बाद नगर निगम के प्रत्याशी चयन में भी विधायक पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल का दबदबा कायम रहा है। उल्लेखनीय है कि घोषणापत्र समिति में भी उनको रखा गया है। तीन नामों के पैनल में सभी उनके करीबी और कट्टर समर्थक रहे हैं। जाहिर है कि पार्टी ने न केवल उनकी पसंद का पूरा ख्याल रखा। बल्कि, उनके करीबी को ही कैंडिडेट बनाया है। बता दें कि संगठन चुनाव में जिलाध्यक्ष के लिए उनके करीबी दीपक सिंह ठाकुर की नियुक्ति की गई है। इसी तरह सभी मंडल अध्यक्ष भी उनकी पसंद के ही बनाए गए हैं। अब नगर निगम में उनके करीबी अशोक विधानी की पत्नी पूजा विधानी को मेयर के लिए प्रत्याशी तय किया गया है।
जानिए कौन हैं पूजा विधानी
54 वर्षीय पूजा विधानी भाजपा नेता और नगर निगम के नेता प्रतिपक्ष अशोक विधानी की पत्नी हैं। उनका असली नाम एल पदमजा है और वो तेलगु समाज से हैं। अशोक विधानी से इंटरकास्ट मैरिज करने के बाद पूजा विधानी के रूप में उनकी पहचान बनी। वो 1996 से भाजपा की सक्रिय सदस्य हैं। साल 1998 में पहली बार नगर निगम में पार्षद निर्वाचित हुईं, जिसके बाद दो बार भाजपा महिला मोर्चा में दो बार प्रदेश महामंत्री रहीं। फिर महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष भी रहीं। उनके पति अशोक विधानी साल 2004 से लगातार नगर निगम में पार्षद रहे हैं। इस दौरान एमआईसी मेंबर रहे और दो बार नगर निगम में सभापति रहे। वर्तमान में नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष हैं।