नई दिल्ली. छत्तीसगढ़ में खेलों के विकास को बढ़ावा देने और जमीनी स्तर पर खेल संस्कृति को बढ़ाने के लिए केंद्रीय आवास और शहरी मामलों के राज्य मंत्री श्री तोखन साहू ने आज नई दिल्ली में केंद्रीय युवा मामले और खेल तथा श्रम और रोजगार मंत्री श्री मनसुख मंडाविया से मुलाकात की। बैठक का उद्देश्य राज्य के प्रमुख क्षेत्रों, विशेष रूप से बिलासपुर और मुंगेली जिलों में खेल अधोसंरचना को उन्नत करने की आवश्यकता पर चर्चा किये।
बैठक के दौरान श्री साहू ने स्थानीय युवाओं को खेलों से जोड़ने और स्वस्थ प्रतिस्पर्धी भावना को प्रेरित करने के लिए खेल अवसंरचना में निवेश के महत्व पर जोर दिये। इससे पहलेश्री साहू ने श्री मनसुख मंडाविया को एक पत्र भेजा थे जिसमें बिलासपुर और मुंगेली जिलों में खेल सुविधाओं के विकास के लिए स्थानीय जनप्रतिनिधियों, ग्रामीणों और खेल प्रेमियों की लंबे समय से चली आ रही मांग पर प्रकाश डाला गया था। उन्होंने कहा कि इन क्षेत्रों में युवा प्रतिभाओं को बढ़ावा देने की अपार संभावनाएं हैं और अत्याधुनिक खेल सुविधाएं स्थापित करने से युवाओं को खेलों में सक्रिय रूप से भाग लेने के लिए प्रोत्साहन मिलेगा, जिससे एथलीटों की नई पीढ़ी तैयार होगी। श्री साहू ने कहा कि "हमारे युवाओं की अद्भुत क्षमता को सामने लाने के लिए जमीनी स्तर पर खेल अवसंरचना में सुधार करना महत्वपूर्ण है।" "सही समर्थन और सुविधाओं के साथ, छत्तीसगढ़ उभरती हुई खेल प्रतिभाओं का केंद्र बन सकता है और 'खेलो इंडिया' के तहत यह पहल उस बदलाव में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।" श्री मनसुख मंडाविया ने श्री साहू को क्षेत्र में खेल अवसंरचना के विकास में सहयोग देने के लिए मंत्रालय की प्रतिबद्धता का आश्वासन दिया। उन्होंने बताया कि मंत्रालय ने छत्तीसगढ़ में खेलो इंडिया योजना के तहत कुल 07 खेल अवसंरचना, 31 खेलो इंडिया केंद्र और 04 मान्यता प्राप्त अकादमियों को पहले ही मंजूरी दे दी है। श्री साहू ने छत्तीसगढ़ के युवाओं को विश्व स्तरीय सुविधाओं और विभिन्न खेल विधाओं में उत्कृष्टता प्राप्त करने के अवसरों तक पहुंच सुनिश्चित करने में अटूट सहयोग के लिए युवा मामले और खेल मंत्री के प्रति आभार व्यक्त किये।