Bilaspur. नए पुल के पास नेहरू चौक पर स्थित वैद्यशाला में शिशु और बच्चों से संबंधित सभी बीमारियों पर परामर्श और सफलता पूर्वक इलाज किया जा रहा। यहां पर प्रतिमाह पुष्य नक्षत्र में स्वर्ण प्राशन जन्म से लेकर 16 साल वर्ष तक के बच्चों का किया जाता है। इस माह यह तिथि 13 मई को सुबह 11.27 से आज 14 मई को दोपहर 1.05 तक है। वैद्यशाला संचालक डॉ मनोज चौकसे शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ किरण ने बताया कि वैद्यशाला चिकित्सालय में सभी प्रकार के शिशु एवं बालक बालिकाओं के (1 से लेकर 18 वर्ष तक) रोग विकार जिसमें मौसमी सर्दी- खांसी, बुखार, अस्थमा, सूखी एवं कफ वाली खांसी, वजन कम होना हाइट (ऊंचाई)ना बढ़ाना, त्वचा विकार कफ रोग जो बच्चे 1 वर्ष के बाद भी चल नहीं पाते, सेरेब्रल पल्सी, मस्कुलर डिस्ट्रॉफी, आमवात ( गठियावात ), कुपोषण, उदरशूल (पेट दर्द) कृमि रोग, ऑटिस्म,अटेंशन डिफिसिट हाइपर एक्टिव डिसऑर्डर . नेफ्रोटिक सिंड्रोम(किडनी रोग), बच्चों का पाईल्स, बालिकाओं में मानसिक संबंधित रोग जैसे कष्टार्तव ( माहवारी के समय दर्द ऐंठन , महीना का न आना , श्वेत प्रदर, रक्त प्रदर आदि का इलाज सफलता पूर्वक किया जा रहा है। अधिक जानकारी के लिए फोन 07752 412224, मोबाइल 86028 11002 पर संपर्क किया जा सकता है। स्वर्णप्राशन से बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता, शारीरिक मानसिक ताकत और बुद्धि का विकास होता है। अति सक्रिय या कमजोरी दोनों बच्चों का लाभ होता है। दमा, एलर्जी की समस्या सहित अन्य मौसमी बीमारियों के प्रति भी प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है।