बिलासपुर। हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश रमेश सिन्हा ने आठ माह में पूरे प्रदेश के जिला न्यायालयों और न्यायिक संस्थाओं का दौरा कर व्यवस्था सुधारने की दिशा में अनूठी पहल की है। रायपुर एवं दूरस्थ चार जिलों कोण्डागांव, केशकाल, कांकेर और बालोद का औचक निरीक्षण करने के बाद शनिवार को उन्होंने हाईकोर्ट बिलासपुर के समस्त अनुभागों का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने यहां छत्तीसगढ़ राज्य न्यायिक अकादमी एवं एडीआर बिल्डिंग का भी निरीक्षण किया। न्यायिक अकादमी के स्वच्छ एवं अनुकूल वातावरण की उन्होंने प्रशंसा की तथा एडीआर बिल्डिंग की साफ-सफाई पर संतोष व्यक्त किया।
चीफ जस्टिस ने सभी अनुभाग प्रमुखों को उनके अनुभाग की साफ-सफाई पर और अधिक ध्यान देने के निर्देश दिए। साथ ही उपस्थित एडिशनल रजिस्ट्रार (प्रशासनिक) एवं लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को साफ सफाई एवं रख-रखाव पर विशेष ध्यान देने के लिए निर्देशित किया। उन्होंने विभिन्न शाखाओं में पाई गई कमियों को दूर करने के लिए रजिस्ट्रार जनरल को निर्देशित किया। साथ ही रजिस्ट्री के विभिन्न अनुभागों के समस्त अधिकारी एवं कर्मचारियों को समय पर उपस्थित होकर समयबद्ध और अनुशासन के साथ कार्यों को पूरा करने के लिए निर्देश दिए।
उल्लेखनीय है कि मात्र 8 माह के संक्षिप्त कार्यकाल में चीफ जस्टिस रमेश सिन्हा ने छत्तीसगढ़ के समस्त जिला न्यायालयों का निरीक्षण किया है। जिससे प्रत्येक जिले की अधोसंरचना में उल्लेखनीय सुधार हुआ है।
इस अवसर पर रजिस्ट्रार जनरल अरविन्द कुमार वर्मा समेत रजिस्ट्री एवं अकादमी के सभी न्यायिक अधिकारी उपस्थित थे।