बिलासपुर, दिनांक 08/08/2025 शुक्रवार को एनएसयूआई बिलासपुर जिलाध्यक्ष रंजीत सिंह ने आज एक बार फिर उच्च शिक्षा के भीतर फैले व्यापारीकरण और भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज बुलंद करते हुए, अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय के कुलपति को ज्ञापन सौंपा।
एनएसयूआई जिलाध्यक्ष रंजीत सिंह ने आरोप लगाया कि शहर और जिले के विभिन्न कॉलेजों में एक ही भूमि और भवन में, अलग-अलग नियामक संस्थाओं से मान्यता प्राप्त कर, अनेक पाठ्यक्रमों डीएलएड,बीएड, फार्मेसी, बीएचएमएस,लॉ तथा अन्य स्नातक और स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम का संचालन किया जा रहा है। यह साफ तौर पर शिक्षा का व्यापारीकरण है — जिसमें शिक्षा को सेवा नहीं बल्कि मुनाफा कमाने का साधन बना दिया गया है। छात्रों से भारी भरकम फीस वसूलकर उन्हें गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के बजाय भ्रम और अनिश्चित भविष्य सौंपा जा रहा है।
ज्ञापन में मुख्य रूप से बताया गया कि
1. दिनांक 13/06/2025 – जी.टी.बी. कॉलेज, बिलासपुर में विभिन्न नियामक निकायों के पाठ्यक्रम के एक ही भूमि भवन में संचालन,संसाधनों की स्थिति,कर्मचारियों की नियुक्ति सैलरी पीएफ, बीएड/ फार्मेसी/ स्नातक/स्नातकोत्तर विभिन्न डिप्लोमा अटल बिहारी वाजपेई विश्वविद्यालय से संबद्धता एवं प्रशिक्षण व्यवस्था अन्य प्रशासनिक/शैक्षणिक पहलुओं से संबंधित अनियमितताओं की जांच हेतु ज्ञापन सौंपा गया था।
2. दिनांक 18/07/2025 – चौकसे कॉलेज, बिलासपुर द्वारा एक ही भवन, एक ही परिसर एक ही दस्तावेज के आधार पर विभिन्न नियामक संस्थाओं से अवैध रूप से अनेक पाठ्यक्रमों की मान्यता प्राप्त कर शिक्षा का व्यवसायीकरण करने एवं विश्वविद्यालय की शाख को कलंकित करने संबंध में गंभीर शिकायत ज्ञापन के माध्यम से की गई थी।
3. दिनांक 19/02/2025 – विश्वविद्यालय से संबद्ध समस्त शिक्षा महाविद्यालयों (B.ed/De.led) में विद्यार्थियों की उपस्थिति, परीक्षा व्यवस्था, बायोमेट्रिक सिस्टम, शिक्षण कार्य और प्रशिक्षण में लापरवाही की शिकायत ज्ञापन के माध्यम से की गई थी।
4. दिनांक 09/07/2025 – DLS PG कॉलेज, बिलासपुर में NCTE, PCI एवं विश्वविद्यालय मानकों का उल्लंघन,बिना प्राचार्य के B.ed कॉलेज का संचालन,स्टाफ की कमी, फर्जी इंटर्नशिप,भवन एवं संसाधनों की वास्तविकता पर ज्ञापन के माध्यम से शिकायत किया गया था।
एनएसयूआई ने कुलपति से इस गंभीर मुद्दे पर तत्काल जांच की मांग करते हुए कहा कि यदि विश्वविद्यालय प्रशासन शीघ्र कार्रवाई नहीं करता है, तो यह माना जाएगा कि विश्वविद्यालय प्रबंधन भी इस गोरखधंधे में मौन सहभागी है।
रंजीत सिंह ने बताया कि “इस पूरे मामले में हम पहले भी कुलपति को ज्ञापन दे चुके हैं, लेकिन आज तक कोई भी विषय में कोई भी जांच अथवा कार्रवाई नहीं हुई। गंभीर मामला बी.एड. कॉलेजों का सामने आया है, जहाँ नॉन-अटेंडेंस एडमिशन देकर छात्रों का दाखिला किया जा रहा है। न तो क्लासेस नियमित रूप से हो रही हैं और न ही शैक्षणिक गुणवत्ता पर ध्यान दिया जा रहा है। उद्देश्य केवल लाखों रुपए फीस वसूलना और डिग्री बेचना है।
जिलाध्यक्ष सिंह ने बताया कि इस संबंध में पूर्व सत्र में एससीईआरटी द्वारा विश्वविद्यालय को स्पष्ट रूप से निर्देश दिया गया था कि महाविद्यालय में अध्ययनरत प्रत्येक विद्यार्थियों की उपस्थिति बायोमेट्रिक स्कैनर के साथ दिए जाने के बाद परीक्षा कराए जाने के निर्देश दिए गए थे जिसके परिपालन में विश्वविद्यालय द्वारा महाविद्यालयों से आदेश का पालन कराया गया है कि नहीं और यदि महाविद्यालय द्वारा विद्यार्थियों की उपस्थिति नहीं भेजी गई है तो इस पर उक्त महाविद्यालय के विरुद्ध कौन सी प्रतिबंधात्मक तथा मान्यता समाप्त करने संबंधी कौन सी कार्यवाही की गई है यदि एससीईआरटी जैसी नियामक संस्था के निर्देश का पालन भी नहीं की जा रही है,तो बी.एड. महाविद्यालय और विश्वविद्यालय के कौन कौन से अधिकारी की मिलीभगत से ऐसा नियमविरुद्ध कृत्य किया जा रहा है, ऐसे कृत्य से दोनों की सांठगांठ उजागर होती है।इस प्रकार से शिक्षा व्यवस्था के साथ खुला धोखा और छात्रहितों के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है।
आज हमने इस संदर्भ में रिमाइंडर ज्ञापन सौंपकर जांच और कार्यवाही की मांग की है ताकि अभी वर्तमान नए सत्र 2025-26 में शिक्षा व्यवस्था में सुधार हो जाए अन्यथा की स्थिति में स्पष्ट चेतावनी दी है कि अगर 15 दिनों के भीतर ठोस कदम नहीं उठाए गए, तो एनएसयूआई उग्र आंदोलन करेगी।”
उन्होंने आगे कहा कि विश्वविद्यालय परिसर में निर्मित अटल बिहारी वाजपेयी जी की प्रतिमा के नीचे धरना स्थल बनाकर एनएसयूआई के सभी साथी अनिश्चितकालीन धरना-प्रदर्शन करेंगे, और आंदोलन तब तक जारी रहेगा जब तक छात्रों को न्याय नहीं मिल जाता।
ज्ञापन सौंपने में एनएसयूआई प्रतिनिधिमंडल में जिलाध्यक्ष रंजीत सिंह के साथ प्रदेश सचिव लोकेश नायक,बेलतरा विधानसभा अध्यक्ष विक्की यादव,जिला उपाध्यक्ष सुमित शुक्ला,जिला महासचिव शुभम जायसवाल,जिला महासचिव प्रवीण साहू, शिवा कौशिक,विपिन साहू,अंश बाजपेई,पुष्कर पाल,आवेश डल्ला, आदि NSUI के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।